अक्सर हमारे दिल दिमाग में छोटा ही सही किसी न किसी अच्छे काम का विचार आता ही है लेकिन उस विचार को कार्य में परिवर्तित इसलिए नहीं करते हैं कि हम उस कार्य की महत्ता और प्रभाव का मुल्यांकन शुन्य कर बैठते हैं। हमारा वह काम, वह विचार, उसका प्रभाव हमें बहुत ही छोटा लगता है लेकिन सत्य कुछ और ही होता है, पुर्ण निष्ठा और ईमानदारी से किया गया एक छोटा सा काम/अच्छाई की तरफ बढाया गया हमारा एक कदम बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकता है, जनमानस में एक क्रान्ति ला सकता है। इसलिए संकोच त्याग कर हमें हर वह अच्छा काम करने का प्रयास करना चाहिए जिनका हमारे विचार हमारे मन में उत्पन्न होता है और जिसे हम कर सकते हैं।
हमें समाज में बदलाव होने की प्रतिक्षा न करके खुद में बदलाव लाने को प्रयासरत रहना चाहिए, यदि हम सब स्वयं में धीरे धीरे ही सही सकारात्मक बदलाव लाने लगे तो हमारे समाज में भी एक अद्भुत बदलाव हमें देखने को मिलेगा ।
Well Said
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