अभिजीत मिश्र

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Monday, March 7, 2022

सुप्रभात








 आज कल बहुत प्रचलन में है सुप्रभात/Good Morning और शुभरात्रि सन्देश । लगभग हम सभी की यह आदत बन गयी है कि सोशल साइट पर सुबह सबेरे सुप्रभात का सन्देश चित्र के रुप में ही सही भेजते हैं चाहे वह दुसरों का ही भेजा क्यों न हो । यदि यह कहें कि यह औपचारिक कथन बन गया है और यह मात्र औपचारिकता है तो यह शायद गलत न होगा। लेकिन क्या हमने कभी यह सोचा है कि इस छोटे से शब्द से हमारा या किसी अन्य का सुबह या दिन अच्छा होगा या हो सकता है ।

           कहीं न कहीं हम सबके दिल में यह बात होगी कि‌ इस छोटे से शब्द से किसी का या हमारा सुबह/दिन अच्छा नहीं हो सकेगा । 

         सूर्योदय के साथ अपने व अपनों के जीवन के प्रत्येक प्रातः काल और दिन को अच्छा बनाना है तो हम सभी को प्रत्येक दिन सूर्य की पहली किरणों के साथ हमें अपने अन्दर का कम से कम एक अवगुण त्याग कर उत्तम गुण आत्मसात करना होगा । जिन गुणों को आत्मसात करना है उनमे से कुछ प्रमुख गुण हैं--  जैसे कि संचय, सभ्यता, नम्रता, दया, दान, परोपकार, जीव रक्षा, माता पिता की और बड़े बुजुर्गों का सम्मान, आज्ञा पालन, सदव्यवहार व सेवा, सदैव मधुर वाणी का उपयोग, छोटों व समकक्ष से स्नेह व प्रेम भरा व्यवहार, जिनकी वजह से हम खुश हैं उनसे सम्पर्क बनाए रखने के साथ जो हमारे इष्ट मित्र सहयोगी हमारी वजह से खुश होते हैं उन से सम्पर्क स्थापित करके के खुश करने का प्रयास इत्यादि।   इन गुणों को आत्मसात करने से ही हमारे जीवन में प्रभात सुख, समृद्धि, शान्ति के साथ उदय होगा ।

     ‌‌‌‌‌‌   जब हमारे अंदर सुख, समृद्धि, शान्ति के साथ सूर्योदय /सुप्रभात होगा तब हम इन गुणों को अपने इष्ट मित्र और शुभचिन्तकों के बीच इन गुणों को स्थापित करने/देने का प्रयास करेंगे क्योंकि हम वही किसी को प्रदान कर सकते हैं जो हमारे पास होगा।  यदि हम स्वयं के अन्दर गुण स्थापित कर अपना जीवन सुखमय बना लिए और धीरे धीरे अन्य के जीवन में भी ये गुण स्थापित हो जाय तो उनके भी जीवन में वास्तविक सुप्रभात होगा। 

सूर्य जैसा तेजवान सुप्रभात होगा और आनन्द रूपी प्रकाश जीवन में विद्यमान होगा।         

            आइये हम सब इस वास्तविक और आनन्द रूपी सुप्रभात को अपने जीवन के साथ साथ और अन्य के जीवन में लाने का प्रयास करें।


सुविचार संग्रह (suvicharsangrah.com) पर समय देने के लिए आप सभी देवतुल्य पाठकों का आभार ।

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